गणतंत्र दिवस पर भाषण – Speech on Republic Day in Hindi |26 January Spech
यदि आप स्कूल, कॉलेज या किसी सरकारी संस्थान में हैं तो ऐसा मौका आ सकता है की आपको गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर भाषण देने का अवसर मिले। इसलिए यहाँ हम लेकर आए हैं गणतंत्र दिवस पर अलग-अलग भाषण, जिन्हें पढ़कर आप अपने भाषण (Republic Day Speech) की तैयारी कर सकते हैं।
अनुक्रम
गणतंत्र दिवस पर भाषण – भाग 1
बहुत बहुत शुक्रिया आप सभी लोगों का मुझे आज इस स्टेज पर गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए। सबसे पहले तो आप सभी महानुभावों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें। आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए बहुत खास है क्यूंकी आज ही के दिन हमारा देश एक स्वतंत्र गणराज्य बना था और आज ही का दिन था जब हमारे देश का अपना संविधान बना और देश में कानून की स्थापना हुई।
संविधान निर्माता डॉ. भीमराव बाबा साहेब अंबेडकरजी को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूँ जिन्होने देश के संविधान की रचना की। उन्होने ऐसे संविधान की रचना की जिसमे सभी धर्म, जाति, भाषा,संप्रदाय को समान अधिकार प्राप्त हैं। हमारा देश एक लोकतांत्रिक देश है और विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। मुझे इस बात पर गर्व है की मैं एक भारतीय हूँ।
मैं उन महान लोगों का भी स्मरण करना चाहूँगा जिनकी वजह से आज हम आजाद देश के नागरिक हैं। उनके बलिदान और त्याग का ही परिणाम है की आज हमारा देश गणतंत्र दिवस मना रहा है। महात्मा गांधी, चन्द्र शेखर आजाद, सुभाष चन्द्र बोस, भगत सिंग और ना जाने कितने ही महान लोगों का यह देश कर्जदार रहेगा।
मेरे प्यारे देश वासियो, हमें आजादी तो मिल गयी लेकिन आज भी हम गरीबी, भ्रष्टाचार, भूखमरी, बेरोजगारी आदि समस्याओं के गुलाम हैं। हमें इन सबको खतम करना है और अपने देश को नयी ऊंचाइयों पर ले जाना है। आप सभी का ज्यादा समय ना लेते हुये मैं अपने शब्दों को यहीं पर विराम देना चाहूँगा। धन्यवाद, जय हिन्दी – जय भारत।
गणतंत्र दिवस पर भाषण – भाग 2
मेरे प्यारे देश वासियों आज हम सभी भारतवासी देश का 70वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, आप सभी को मेरी तरफ से गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई। अन्य त्योहारों की तरह हम देश के राष्ट्रिय पर्व भी बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं। गणतंत्र दिवस हमारे देश का सबसे प्रमुख राष्ट्रिय त्योहार है अतः आज पूरा देश इसे बड़े उत्साह के साथ मना रहा है।
हम सभी जानते हैं की आज का ही वो दिन था जब संविधान के निर्माता श्री बाबा साहब अंबेडकरजी ने देश को अपना संविधान दिया। हमारा देश तो 15 अगस्त 1947 को ही आजाद हो गया था लेकिन सही मायने में देखा जाए तो देश एक गणराज्य के रूप में 26 जनवरी 1950 के दिन स्थापित हुआ था। हमारा संविधान देश के सभी नागरिकों को समानता का अधिकार देता है और किसी के साथ इस देश में भेदभाव नहीं होता यही तो इस देश की महानता है।
आज के दिन हम उन महान पुरुषों को भी याद करते हैं जो देश की आजादी के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिये। मैं नमन करता हूँ भारत माता को जिसने ऐसे वीरों को इस धरती पर जन्म दिया जो अंग्रेजों के सामने नहीं झुके और देश को गुलामी की बेड़ियों से आजाद कराया।
नयी दिल्ली के राजपथ पर आज हमारी तीनों सेना के जवान अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहे हैं और ये संदेश दे रहे हैं की अब भारत कमजोर नहीं,बल्कि हर मुसीबत से लड़ने के लिए सक्षम बन चुका है। मैं नमन करता हूँ सेना के वीर जवानों का जो आज भी देश की आन-बान और शान के लिए अपना बलिदान दे रहे हैं।
आइये हम सभी देशवासी यह प्रण लेते हैं की एक भारतीय होने का कर्तव्य हम सदा निभाते रहेंगे और एक जिम्मेदार नागरिक बनकर अपने देश का यश बढ़ाएँगे। एक बार पुनः आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई। जय हिन्द- जय भारत।
गणतंत्र दिवस पर भाषण – भाग 3
सबसे पहले तो यहाँ उपस्थित सभी देश वासियों को 70वें गणतंत्र दिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें। देश आज अपना मुख्य राष्ट्रिय त्योहार मना रहा है और स्मरण कर रहा है उस दिन को जब हमारा देश एक स्वतंत्र गणराज्य बना और देश का अपना संविधान लागू हुआ। आज ही के दिन 26 जनवरी 1950 के दिन हमारे देश का संविधान लागू किया गया था और देश में कानून का शासन स्थापित किया गया था।
देश की आजादी के ढाई साल बाद बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने संविधान की नीव रखी थी। उनके इस अमूल्य योगदान को सभी भारतवासी सदैव याद रखेंगे।
आज पूरा देश इस राष्ट्रिय पर्व को मना रहा है। राजपथ पर जिस उत्साह और उमंग के साथ गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन किया जाता है वो देखने लायक होता है। सेना के जवानों की भव्य परेड, सांस्कृतिक झाँकियाँ और वायु सेना के दिल थाम देने वाले करतब इस गणतंत्र दिवस के उत्साह को और बढ़ा देते हैं।
आज के दिन हमें उन लोगों को भी नहीं भूलना चाहिए जिनके बलिदान से हमें आजादी मिली। मैं उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों के चरणों में नमन करता हूँ। देश के तीनों सेनाओं के जवानों को मैं सलाम करता हूँ। उनके जज्बे और वीरता के हम सभी कायल हैं। इसके साथ ही मैं अपने देश के पुलिस जवानों को भी सलाम करता हूँ, जो समाज को अपराध मुक्त करते हैं।
भारत के सभी राज्यों में आज राष्ट्रिय ध्वज फहराकर परेड का आयोजन किया जाता है। स्कूलों-कॉलेजों में भी बड़े उत्साह-उमंग से यह पर्व मनाया जा रहा है। मुझे आज सच में बड़ा गर्व महसूस हो रहा है की मैं उस भारत का नागरिक हूँ जिसकी मिट्टी से कई महान लोगों ने जन्म लिया।
अंत में मैं आप सभी लोगों से एक बात अवश्य कहना चाहूँगा वो यह की आज भी हमारा देश गरीबी, भ्रष्टाचार, अशिक्षा,बेरोजगारी और कई समस्याओं से जूझ रहा है, हमें इन सभी समस्याओं से मिलकर लड़ने की जरूरत है। देश को हमें मिलकर समृद्ध करना है, एक बनकर रहना है। अपने भाषण को मैं यहीं पर समाप्त करता हूँ। आप सभी का हृदय से धन्यवाद। जय भारत | जय हिन्द
गणतंत्र दिवस पर भाषण – भाग 4
आप सभी महानुभावों का हृदय से धन्यवाद मुझे ये अवसर प्रदान करने के लिए की मैं भी गणतंत्र दिवस पर अपने विचार आप सभी के समक्ष प्रस्तुत कर सकूँ। आज का दिन हमारे लिए बेहद खास है क्यूंकी आज ही के दिन भारत सही मायने में एक स्वतंत्र संवैधानिक राष्ट्र बना था। आज ही का वो शुभ दिन था जिस दिन हमारे देश में संविधान को लागू किया गया था और इसका श्रेय श्री भीमराव अंबेडकरजी को जाता है। उन्हीं की अध्यक्षता में संविधान का निर्माण किया गया था जिसे 26 जनवरी 1950 के दिन देश के सामने प्रस्तुत किया गया था।
आज का दिन बाबा साहब अंबेडकर को याद करने का दिन है, आज का दिन इस बात की खुशी का मनाने का है की देश को अपना संविधान मिला, आज का दिन देश के लोकतांत्रिक गणराज्य बनने का दिन है और आज का दिन देश के उन वीरों को याद करने का है जिनके बलिदान का यह देश ऋणी है।
राजपथ पर एक तरफ भव्य गणतंत्र दिवस का आयोजन हो रहा है तो वहीं सभी राज्य भी तिरंगे को फहराकर यह पर्व मना रहे हैं। पूरे भारत में इस पर्व को मनाने का उत्साह देखते ही बनता है। यह हमें भारत देश में ही देखने को मिल सकता है।
हमारा लोकतांत्रिक देश सभी को एक समान अधिकार देता है क्यूंकी हमारा संविधान सभी धर्म, जाति और संप्रदाय से परे है।
आप सभी का ध्यान मैं एक बात और खींचना चाहूँगा वो हैं देश के सामने आज की चुनौतियाँ। जी हाँ, आज भी हमारा देश ऐसी कई सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समस्याओं से जूझ रहा है, हम सभी को मिलकर इन समस्याओं को सुलझाना होगा।
एक गणराज्य देश होने के नाते हम सभी का कर्तव्य है की हम अपने संविधान का सम्मान करें उसका उल्लंघन ना करें और देश की एकता, अखंडता को बनाए रखें। एक बार फिर मैं आप सभी को गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनायें देता हूँ। मुझे सुनने के लिए आप सभी का धन्यवाद। हिंदुस्तान जिंदाबाद। जय भारत।