लोहपुरुष श्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की भव्य प्रतिमा बनकर तैयार है और 31 दिसम्बर 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हाथों इसका उदघाटन होने जा रहा है। सभी भारतवासियों के लिए ये सबसे गर्व का दिन है क्यूंकी सरदार वल्लभ भाई पटेल की यह विशाल 182 meter की प्रतिमा विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की इस विशालकाय प्रतिमा को Statue Of Unity (स्टेच्यु ऑफ यूनिटी) का नाम दिया गया है, क्यूंकी वो सरदार वल्लभ भाई पटेल ही थे जिन्होने अलग-थलग पड़े भारत को एक किया था और अखंड भारत का निर्माण किया था।
इस प्रतिमा के पहले विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा मे चीन की महात्मा बुद्ध की प्रतिमा जिसकी ऊंचाई 502 फीट है वो थी, उसके बाद जापान मे भी बुद्ध की प्रतिमा है जो की 394 फीट ऊंची है, Statue of liberty जो की अमेरिका मे है उसकी ऊंचाई 297 फीट है।
Statue Of Unity – सरदार वल्लभ भाई पटेल
स्थान (Location) | सरदार सरोवर डैम, केवड़िया गाँव, नर्मदा, गुजरात |
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डिज़ाइनर | Ram V. Sutar |
प्रकार | प्रतिमा |
सामग्री | Steel framing, reinforced concrete, Bronze cladding |
ऊंचाई |
182 metres (597 ft)
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निर्माण की शुरुआत | 31 October 2013 |
अनावरण | 31 October 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा |
को समर्पित | सरदार वल्लभ भाई पटेल |
वैबसाइट | www |
Statue Of Unity से जुड़े 10 रोचक तथ्य
सरदार वल्लभ भाई पटेल की इस महाकाय प्रतिमा से जुड़े कुछ रोचक तथ्य आपको जरूर जानने चाहिए।
(1) Statue of Unity दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है जिसकी ऊंचाई 183 मीटर है, दुनिया की सभी बड़ी प्रतिमा अब इससे छोटी हैं।
(2) इस विशालतम प्रतिमा मे 153 मीटर की Viewing Gallery भी है जिसमे 200 लोग आराम से जा सकते हैं और वहाँ से आस पास का नज़ारा देख सकते हैं।
(3) Statue Of Unity को बनाने मे कुल 42 महीनो का समय लगा। आपको बता दें की इन 42 महीनो में काम करने वाले मजदूर लगातार काम करते रहे और किसी भी सामग्री की कमी ना हो इसका खास ध्यान रखा गया ताकि जल्द से जल्द इसका निर्माण कार्य पूरा किया जा सके।
(4) यह विशाल प्रतिमा इतनी मजबूती से बनाई गयी है की यह 60M/seconds हवा के वेग को सह सकती है और साथ मे किसी भी प्रकार के कंपन्न और भूकंप को भी सहन करने की क्षमता रखती है।
(5) Statue Of Unity की viewing Gallery से आप सरदार सरोवर डैम का अद्भुत नज़ारा देख सकते हैं और साथ ही साथ आप 200 km लंबे जलाशय, सतपुरा और विंध्य पर्वतों का नज़ारा भी देख सकते हैं।
(6) Statue Of Unity को बनाने मे 5700 मिलियन टन स्टील और 18,500 मिलियन टन मजबूत लोहे की सलाखें का इस्तेमाल किया गया है।
(7) केवड़िया गाँव से लेकर Statue of Unity तक 3.5 KM का highway का निर्माण किया गया है ताकि पर्यटक आसानी से आ-जा सकें।
(8) इस प्रतिमा के निर्माण के लिए “लोहा” अभियान शुरू किया गया था जिसमे प्रतिमा-निर्माण हेतु लोहा एकत्र किया गया था। इस लोहे को पिघलाकर उसमे से सलाखें बनायीं गईं जिनका इस्तेमाल इस प्रतिमा मे किया गया है।
(9) Statue of Unity के कारण आस पास रहने वाले आदिवासी लोगों को रोजगार मिलेगा। करीब 15,000 लोगों को हर साल इस प्रतिमा की वजह से रोजगार मिलेगा।
(10) इस प्रतिमा के पास मे ही श्रेष्ठा भारत नाम का भवन तैयार किया गया है जिसमे 3-star होटल की सुविधाएं मिलेगी। यहाँ Food service, अन्य सुविधाएं और Conference facility भी उपलब्ध है।
(11) साल 2012 में इस प्रतिमा का निर्माण कार्य टर्नर कंसल्टेंट नाम की कंपनी की दिया गया था। इस प्रोजेक्ट की इसी कंपनी की देख रेख मे पूरा किया गया है। ये वही कंपनी है जिसमे दुबई की मशहूर इमारत बुर्ज खलीफा के निर्माण को अंजाम दिया था।
(12) इस मूर्ति को बनाने मे 2,332 करोड़ का खर्च आया है, जबकि पूरी परियोजना को अंतिम रूप देने मे कुल 3 हज़ार करोड़ का खर्चा हुआ है।
(13) तीन हज़ार करोड़ की स्टेच्यु ऑफ यूनिटी मूर्ति का कुल वजन 67 मेट्रिक टन है।
31 दिसम्बर 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी इस प्रतिमा का लोकार्पण करेंगे और इसके साथ ही शुरू हो जाएगा यहाँ पर्यटकों का आना-जाना। दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक आने से आस-पास के लोगों को रोजगार भी मिलेगा, साथ ही साथ Tourism को भी बढ़ावा मिलेगा।
आशा करते हैं सरदार वल्लभ भाई की सबसे ऊंची प्रतिमा Statue Of Unity के बारे मे आपको ये रोचक बातें पसंद आयीं होंगी।